Top 10 Moral Stories In Hindi : हिंदी में शीर्ष 10 नैतिक कहानियाँ

Top 10 Moral Stories in Hindi- कहानियाँ ऐसी होनी चाहिए जिससे जीवन में कुछ सीख मिले। और ऐसे कहानियो का भारमार हमारे किताबों में होता भी है। कई बार हमारे पास पुस्तके होती हुई भी हम इन अच्छे -अच्छे कहानियो को नहीं पढ़ पाते है और हम पुस्तकों को हमेशा अपने साथ लिए नहीं घूम सकते है। लेकिन मोबाइल आजकल कॉमन वस्तु हो गयी है और लोगो के पास हर जगह मोबइल उपलब्ध होती है। इसीलिए अगर आप उन कहानियो को मोबाइल में पढ़ सके तों आपको और अधिक सुविधा होगी।

Top 10 Moral Stories In Hindi : हिंदी में शीर्ष 10 नैतिक कहानियाँ
Top 10 Moral Stories In Hindi : हिंदी में शीर्ष 10 नैतिक कहानियाँ
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आज का हमारा ये लेख कहानियो से ही जुड़ा हुआ है। आअज के इस पोस्ट में हम 10 नैतिक कहानियाँ जानेंगे (Top 10 Moral Stories in Hindi) & (Best moral stories in hindi) इसके साथ ही इन कहानियो से हम अपने जीवन में क्या सीख ले सकते है ये भी इसी पोस्ट में जानेंगे। आप अगर इसी विषय में जवाब की खोज कर रहे है तों निश्चित रहे यहाँ आपको Top 10 Moral Stories in Hindi के बारे में ही बताया जायेगा।

Top 10 Moral Stories in Hindi – हिंदी में शीर्ष 10 नैतिक कहानियाँ

यहाँ हम आपको 10 नैतिक कहानियों (Top 10 Moral Stories in Hindi)के बारे में विस्तार से एक एक करके बताएँगे। सभी कहानियो को पढ़ने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़े जिससे आपको पूरी जानकारी मिले –

1. ईर्ष्यालू पड़ोसी ( Jealous Neighbor)Best Moral Stories in Hindi

Best moral stories in hindi
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एक बार की बात है एक गाँव जिसका नाम सूर्यनगर था। यह गाँव बहुत ही साफ -सुथरा और स्वच्छ था। इसे देख एक व्यक्ति को उस गाँव से बड़ा लगाव हुआ। वह व्यक्ति बहुत ही धनवान था इसके साथ ही वह व्यक्ति बहुत ही अच्छे मन का।

उस व्यक्ति ने उस गाँव में जमीन ख़रीदा और एक सुंदर घर बनाया और उसी में रहने लगा। उसके भले व्यवहार के कारण उस व्यक्ति के आस पास में रहने वाले सभी लोग उसे बहुत प्यार करते थे। लेकिन उसी गाँव में एक दूसरा आदमी रहता था जों उस भले आदमी के धन-दौलत को देखकर उसी ईर्ष्या (जलन) करता था। वह व्यक्ति हमेशा से ही उस धनवान व्यक्ति को परेशान करने के लिए नई- नई तरकीब अपनाता था।

एक बार उस ईर्ष्यालू पड़ोसी ने भले व्यक्ति को परेशान करने के लिए रात में अपने घर के सारे कूड़े कचरे तों उस धनवान व्यक्ति के घर में फेक दिया और वहाँ से भाग अपने घर में आकर सो गया। अगले दिन सुबह जब उस भले आदमी ने अपने घर के आंगन में कचरे को देखा तों वह समझ गया की उसी ईर्ष्यालू पड़ोसी ने ये काम किया होगा।

भले आदमी ने सबसे पहले अपना आँगन साफ किया और फिर एक टोकरी में आम,सेव और केला भरकर उस पड़ोसी के घर ले गया। इसे देख वो पड़ोसी मन ही मन बड़ा उदास हुआ। वह मन ही मन सोचने लगा ” की एक मै हूँ, जों उससे ईर्ष्या करता था, और एक वो है जों मुझे इतना प्यार करता है।” ये सोच उसने अपने किये पर पछतावा हो रहा था।

नैतिक शिक्षा :- कभी भी दूसरे के बारे में बुरा नहीं सोचना चाहिए। हमेशा एक दूसरे के साथ मिल जुलकर रहना चाहिए। और किसी भी व्यक्ति से ईर्ष्या नहीं करनी चाहिए।

2. जो है बहुत है :- Best Moral Stories in hindi

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एक बार एक मछली जल में घूम रही थी, तभी उसे एक आवाज सुनाई दी। ये आवाज एक लोमड़ी की थी। लोमड़ी ने उस मछली से पूछ “पानी में तैरने में कितना अच्छा लग रहा?” मछली ने जवाब दिया बहुत अच्छा लग रहा। फिर लोमड़ी ने कहा – “कभी पानी से बाहर निकल कर देखो ये जंगल कितना बड़ा और सुंदर है “। मछली ने जवाब दिया -” मै बाहर नहीं आ सकती क्योकि मै अगर पानी से बाहर निकली तों मर जाउंगी। “

लोमड़ी हँसते हुए बोला – ” तुमलोगो का जीवन कितना बेकार है बस पानी में ही घूम सकती हो।”  इस बात को सुन मछली उदास हो गयी और अपने घर की ओर जाने लगी। उसे उदास देख एक अन्य मछली ने उससे पूछ की – “तुम उदास क्यों हो? ” उदास मछली ने लोमड़ी के साथ हुए बातचीत को बताया और कहा – ” मै इसलिए उदास हूँ “।

इस बात को सुन दूसरे मछली ने उदास मछली को समझाया की- “हमारी दुनिया यही है और हमारा नदी भी बहुत बड़ा और खूबसूरत है। वहीं उस लोमड़ी की भी दुनिया सिर्फ वो जंगल है इसके बिना वो कही भी जीवित नहीं रह सकता है। इन बातो को सुन उदास मछली खुश हो गयी।

नैतिक शिक्षा :- कभी भी अपने पास जों है उसपर गर्व करना चाहिए, और दुसरो का मज़ाक नहीं उड़ाना चाहिए। और हमेशा ये सोचना चाहिए की – “जो है बहुत है।”.

3. बेईमानी पड़ी महँगी :- Best Moral Stories in Hindi

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एक व्यापारी था और उसके पास एक गधा था। उस गधे से व्यापारी अपने सामान को ढोता था। अधिकतर समय उस गधे से नमक ढोया जाता था। वह गधा जिस रास्ते से जाता था वहाँ बीच में एक नदी आती आती थी।

एक बार गधे ने जैसे ही नमक लेकर उस नदी को पार कर रहा था नदी को पर करते करते उसकी पीठ में नमक का वजन कम हो गया था। क्योकि नमक पानी में घुल गए थे। अब गधे को एक तरकीब सूझी। वह जब भी नमक लेकर जाता उसे नदी में थोड़ा सा डूबा देता था जिससे उसके ऊपर नमक का भार कम हो जाता था।

 लेकिन गधा कभी ये नहीं जानता था की उसके ऊपर नमक ही रखा जाता था। एक बार व्यापारी ने उसके ऊपर रुई रख दी और उसे दूसरे व्यापारी तक ले जाने को कहा। रोज की तरह गधा वजन काम करने के लिए जैसे ही नदी में उतरता वैसे ही उसके ऊपर रुई का भार बढ़ जाता है। क्योकि रुई पानी को सोख लेती है।

ऐसे में गधे को चालाकी के चक्कर में और ज्यादा वजन ढोना पड़ा। और इस घटना से उसे सीख मिल गयी। अब दोबारा कभी वो अपने ऊपर के वजन को कम करने के लिए पानी में नहीं उतरता है।

नैतिक शिक्षा :- कभी भी अपने भरण पोषण करने वाले मालिक से बेईमानी नहीं करनी चाहिए नहीं तों वो बेईमानी आपको महँगी पड़ सकती है।

4. रामु व्यापारी :- Best Moral Stories in Hindi

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एक बार की बात है रामु नाम का एक दूध बेचने वाला व्यापारी था। वो दूध का व्यापार करता था क्योंकि उसके घर में 5 गाये और 3 भैसे थी। रामु कुछ ही सालो में दूध बेचकर बहुत अमीर बन गया।अमीर बनने के पीछे का कारण उसकी गलत नीति थी। क्योंकि वो दूध बेचने के लिए हमेशा नाव से एक नदी को पार करता था। और वो नदी को पार करने के दौरान दूध में पानी मिला लेता था। ऐसा करने से उसकी दूध की मात्रा ज्यादा हो जाती और वो ज्यादा पैसे कमाता था।

रामु का एक बेटा था जिसका नाम किशन था। किशन बड़ा हो गया था और अब उसकी शादी का समय हो गया था। रामु किशन की शादी तय करने के लिए सोने चांदी के आभूषण लेकर लड़की देखने जा रहा था। हर बार की तरह वह उसी नदी को पार कर रहा था। तभी उसकी नाव पलट कर डूब गयी। रामु डूबने से बच गया क्योकि उसे तैरना आता था। लेकिन रामु जों आभूषण ले जा रहा था वो सारे डूब गए।

इसी चिंता में रामु नदी के किनारे बैठकर रोने लगा। तभी नदी से आवाज आती है -” रामु तू क्यों रों रहा है? आखिर जों सोने के आभूषण तूने बनाये थे वो सारे मेरे ही पानी से तों कमाए थे। अब मेरे हिस्से की कमाई मुझ तक पहुंच गयी है। ” ये सुन रामु को अपनी गलती का एहसास हुआ। और आगे कभी भी रामु अपने दूध में पानी नहीं मिलाता था।

नैतिक शिक्षा :- अगर पैसे ईमानदारी से कमाए जाये तों कम पैसे ही आपको खुश रख सकते है। पैसे कमाने के लिए कभी बेईमानी का सहारा ना ले।

5. उल्लासनगर की कहानी :- Moral Stories In Hindi

Moral Stories In Hindi
Moral Stories In Hindi & top 10 moral stories in hindi with moral

एक गाँव था जिसका नाम उल्लासनगर था। इस गाँव में कुल 20 परिवार रहते थे। इस गाँव की सबसे बड़ी कमी ये थी की गाँव के लोग हमेशा गाँव को बहुत ही गन्दा करके रखते थे। लोगो का जहाँ मन हुआ वहाँ कूड़ा कचरा फेंक देते थे।

एक बार एक भला आदमी आया और गाँव के लोगो को समझाया की कूड़ा कचरा फैलाने से भविष्य में उसी गाँव के लोगो को परेशानी होगी। लेकिन गाँव के लोगो ने उस भले आदमी की बातो पर ध्यान नहीं दिया। और हमेशा की तरह कूड़ा कचरा फैलाने लगे।

फिर एक दिन अचानक से उस गाँव के सभी लोग धीरे धीरे बीमार होने लगे। जब वे डॉक्टर के पास गए तों डॉक्टर ने बीमारी का कारण डेंगू और मलेरिया बताया। जों की मच्छरों से होता है। डॉक्टर्स ने सभी गाँव वालों को सलाह दी की वे मच्छरो से बचकर रहे। लेकिन गाँव में कूड़ा कचरा होने से मच्छर और ज्यादा बढ़ रहे थे।

फिर गाँववालो को अपनी गलती का एहसास हुआ। क्युकी वो जानते थे की उस बिमारी का कारण मच्छर नहीं बल्कि वो लोग खुद है जों कूड़ा कचरा फैला रहे थे। जिससे मच्छर की संख्या ज्यादा हो गयी। तभी से सभी गाँव वाले उस गाँव को साफ सुथरा रखने लगे।

नैतिक शिक्षा :- कभी कभी समस्या का कारण हम खुद होते है। और समय आने पर इसका पछतावा जरूर होता है।

6. शॉर्टकट से हो गयी गड़बड़ :- Moral Stories In Hindi

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सुरेश अपने क्लास का सबसे चालक छात्र था। वह कभी भी पढ़ाई में ध्यान नहीं देता था फिर भी जब एग्जाम का रिजल्ट आता था तों वह पास हो जाता था। सुरेश इसीलिए पास होता था क्युकी वो चीटिंग करता था। और चालक होने के कारण उसे कोई पकड़ भी नहीं पाता था।

सुरेश बड़ा होता गया और जैसे से उच्च क्लास में वो जा रहा हर जगह चीटिंग करके ही पास होता था। जैसे तैसे उसे एक कम्पनी में नौकरी मिल गयी। अब वो कंपनी के कामो को भी दुसरो से नक़ल करके दे देता था। एक बार कंपनी ने सबको एक काम दिया। जिसे सभी अपने हिसाब से कर रहे थे।

इसी में सुरेश ने अपने बगल में बैठे व्यक्ति की नक़ल जल्दी जल्दी कर ली। जब कंपनी के मालिक ने सबको काम के हिसाब से पैसे देना शुरू किया तों सुरेश को एक रूपये भी नहीं मिले। वहीं उस व्यक्ति जिससे सुरेश ने नक़ल की थी उसे डबल पैसे मिल गए। इसका कारण ये था की सुरेश ने जल्दी जल्दी नक़ल करने के चक्कर में उस व्यक्ति का नाम भी अपने नाम की जगह भर दिया था। जिससे उस व्यक्ति को दोगुना लाभ हो गया।

इस घटना के बाद सुरेश को अपनी गलती का अनुमान लगता है। और आगे से वो ईमानदारी से काम करता है।

नैतिक शिक्षा :- कभी भी शॉर्टकट ना अपनाये। क्योंकि ये आपको सबसे बुरे दौर में ले जा सकती है।

7. दुकानदार की गलती :- Moral Stories In Hindi

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रामेश्वरनगर नाम का एक शहर था। उस शहर में अनेको दुकान थे। उसी शहर में हर्ष नाम के एक व्यक्ति का भी किराना दुकान था।  उसके दुकान में बहुत बिक्री होती थी जिससे वो बहुत पैसे कमाता था। हर्ष को अपने पैसे का घमंड हो गया था अब उसने अपने ग्राहक से सिक्के पैसे लेना बंद कर दिया था।

जों भी ग्राहक सिक्के लेकर कोई भी सामान खरीदने जाता उसे हर्ष लौटा देता था। और कहता था – “अगर सामान लेने है तों नोट लेकर आये, वरना ना आये।” इसे सुनकर हर्ष के ग्राहक धीरे धीरे घटने लगे। और वो ग्राहक दूसरे दुकानों में जाने लगे। जिससे हर्ष को ही नुकसान हो रहा था।

हर्ष ने घाटे को देखकर फिर से पुराना नियम लागु कर दिया।अब कोई भी सिक्के से उसके दुकान से सामान खरीद सकता था। लेकिन उसके द्वारा किये गए बुरे बर्ताव से कोई उसके दुकान में सामान लेने नहीं आता था।

हर्ष को पछतावा हुआ। और धीरे धीरे वो बहुत गरीब हो गया।

नैतिक शिक्षा :- घमंड कभी भी अच्छा नहीं होता। जिससे आपका भरण पोषण होता है उसकी हमेशा इज्जत करनी चाहिए।

8. ज्ञान ही पहचान है :- Moral Stories In Hindi

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श्याम नाम का एक छात्र था। उसके पिता बहुत ही गरीब थे। श्याम के पिता ने किसी भी तरह से पास के ही स्कूल में श्याम का अड्मिशन किया। क्योकि श्याम गरीब था ।इसीलिए उससे कोई दोस्ती नहीं करता था। सभी बच्चे उसका मज़ाक उड़ाते थे।

श्याम गरीब था लेकिन पढ़ने में बहुत ही तेज था। एक साल हो बाद जब स्कूल में एग्जाम का रिजल्ट आया तों श्याम अपने क्लास का टॉपर बना। इससे सभी बच्चे हैरान हो गए और उसके ज्ञान को देखकर बच्चे श्याम को अपना दोस्त बनाने लगे।

नैतिक शिक्षा :- किसी भी व्यक्ति की स्थिति नहीं, बल्कि ज्ञान उसका पहचान होता है।

9. लालची पुत्र :- Moral Stories In Hindi

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सुखिराम नाम का एक बूढ़ा व्यक्ति था। उसके तीन बेटे थे। सुखिराम की पत्नी की मृत्यु 5 साल पहले हो गयी थी। तीन बेटे होने के बावजूद भी सुखिराम को कोई भी अच्छे से नहीं रखता था उसका आदर सम्मान नहीं करता था।

सुखिराम तंग आकर एक दिन गाँव के प्रधान के पास गया और अपनी समस्या के समाधान के लिए उपाय माँगा। प्रधान ने सुखिराम को एक तरकीब सुझाई। उसे बताया की एक घड़े में कूड़ा कचरा भरकर उसका मुँह कपड़े से बाँध ले और उसे अपने घर में रखे। और एक दिन तीनो बेटे के सामने उसे दिखाकर बोले की इसमें सोना -चांदी भरा हुआ है। जों बेटा उसकी अच्छे से सेवा करेगा उसे सुखिराम के मरने के बाद ये घड़ा मिलेगा।

सुखिराम ने ऐसा ही किया। अब तीनो बेटे सुखिराम की अच्छे से सेवा करने लगे। एक दिन सुखिराम की मृत्यु हुई और तीनो बेटे ने घड़े को खोलने का सोचा। जैसा ही घड़े को खोला उसमे से कूड़े कचरे का भरमार निकला। और तभी गाँव का प्रधान आया और सबको अपनी गलती का एहसास दिलवाया।

नैतिक शिक्षा :- माँ- बाप सबसे बड़ा धन होता है। उनकी सेवा करना ही प्राथमिक काम होना चाहिए।

10. बेईमानी के पैसे :- Moral Stories In Hindi

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एक व्यापारी था जों हमेशा ही ख़राब अनाजो को बेचता था। क्योंकि वो उन अनाजो को बड़े चालाकी से बेचता था इसीलिए खरीदने वाले को इस बात की भनक भी नहीं लगती थी की जों अनाज वे खरीद रहे है वो ख़राब है।

ऐसा करते करते व्यापारी बहुत धनवान हो गया। और अभी भी वो ख़राब अनाज ही बेचता है। एक बार उस अनाज को खाने के बाद एक ग्राहक का बेटा बहुत बीमार हो गया। और डॉक्टर के पास जाने के बाद पता लगा की तें बीमारी ख़राब अनाज खाने से हुई है।

उस ग्राहक ने तुरंत पुलिस के पास फोन किया और उस कपटी व्यापारी का सच बताया। उसके बाद पुलिस उस व्यापारी को पकड़ कर ले गयी और सजा के तौर पर उसकी सारी संपत्ति गरीबो में दान कर दी। जब व्यापारी जेल से बाहर निकला तों वो बहुत गरीब हो गया था। क्योंकि उसके पास अब कुछ नहीं था।

नैतिक शिक्षा :- बेईमानी से कमाए गए पैसे ज्यादा समय तक सुख नहीं देते है।

FAQ ABOUT Short Story in Hindi With Moral

Q – कहानियाँ कितने प्रकार की होती हैं?

ANS- कहानियाँ मुख्यतः तीन तरह की होती है (सुखद अंत वाली) , (दुखद अंत वाली) , (त्रासदी वाली)

Q – कहानियाँ महत्वपूर्ण क्यों होती है?

ANS- कहानियाँ महत्वपूर्ण होती है क्योकि हर कहानी के पीछे एक ज्ञान की बात होता है , या हमको कुछ न कुछ सीखने को जरूर मिलता है ।

निष्कर्ष (Conclusion) :-

इस लेख में हमने आपको Top 10 Moral Stories in Hindi यानि की 10 नैतिक कहानियो के बारे में बताया। इसके साथ ही इनके नैतिक शिक्षा को भी बताया। आशा करते है आपको इन Moral Stories in Hindi को सुनकर अच्छा लगा होगा।

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