Goldfish Ka Scientific Naam Kya Hai- मछलिया एक रोचक जीव है। मतलब की अगर ये इतनी छोटी भी होती है की इन्हे खाने में भी use किया जाता है वहीं समुद्री मछलियां इतनी बड़ी होती है की लोग उनसे काफ़ी डरते है। ऐसे इसीलिए होता है क्युकी मछलीयों के अनेको प्रजातियां पायी जाती है। जिनमें कुछ छोटी तथा कुछ बड़ी मछलिया होती है।

आज का हमारा लेख मछलियों के ही एक प्रजाति गोल्डफिश (Goldfish Kya hai?) के बारे में है। इस लेख में आपको पुरे विस्तार से गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है? (Goldfish Ka Scientific Naam Kya Hai) इस बारे में भी बताया जायेगा। इसके साथ ही Goldfish के बारे में अन्य जानकारिया भी दी जाएगी। तो अगर आप इसी विषय में उत्तर की खोज कर रहे है, तो इस लेख को अंत तक पढ़िए, आपको पूरी जानकारी दी जाएगी।
Goldfish Ka Scientific Naam Kya Hai -गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है? इस सवाल का उत्तर जानने से पहले आपको Goldfish Kya hai? है इस बारे में जान लेना उचित होगा आईये जानते है –
Table of Contents
Goldfish Kya hai ? ?

Goldfish मछली की एक प्रजाति होती है जों मुख्य रूप से मीठी पानी वाले क्षेत्रों में पायी जाती है। ये मछलिया बहुत ही शांत स्वभाव की होती है। वहीं बात करे इस मछली के रंगों के बारे में तो ये साधारणत दो लाल और नारंगी रंगों में पायी जाती है। Goldfish अपने रंगों के कारण ही आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, जिस कारण इन मछलीयों का उपयोग घरों में आकर्षण बढ़ाने के लिए किया जाता है। वहीं सुंदर होने के कारण ही पुरे विश्व में इस मछली के लोकप्रियता है।
Goldfish Ka Scientific Naam Kya Hai – गोल्ड फिश का साइंटिफिक नाम क्या है
इस मछली के बारे में जानने के बाद अब आपको बताते है की इस मछली का वैज्ञानिक नाम क्या है? तो Goldfish का Scientific नाम Carassius Auratus (कैरासियस ऑराटस) है। वहीं Goldfish को अन्य साधारण नामो से भी जाना जाता है जैसे – गोल्डन क्रुशियन कार्प इत्यादि। इस मछली को हिन्दी भाषा में सुनहरी मछली कहा जाता है।
Goldfish ka Hindi Naam | सुनहरी मछली |
Goldfish Ka Scientific Naam Kya Hai | Carassius Auratus (कैरासियस ऑराटस) |
परिवार | Carp |
निवास | मीठा पानी |
उम्र | 10 से 15 वर्ष |
भोजन | शैवाल, कीट, लार्वा, पौधे आदि |
लंबाई | 35 से 40 सेंटीमीटर |
अगर आकार की बात करे तो इस मछली की लम्बाई 8 से लेकर 9 इंच यानि की 20 सेंटीमीटर से लेकर 23 सेंटीमीटर तक हो सकती है। कुछ प्रजातियां इससे बड़ी भी हो सकती है वहीं कुछ इनसे छोटी भी हो सकती है।
Goldfish के खोज का इतिहास :-
नए चीन (New China) की स्थापना के बाद से, चीनी वैज्ञानिकों ने , सुनहरी मछली के संरक्षण और उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सुनहरीमछली को 1502 ई. में Japan में पेश किया गया, और जापान ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद Taiwan के माध्यम से कई प्रजातियों की शुरुआत की। Goldfish को 17वीं सदी के अंत में UK (United Kingdom) में, 18वीं सदी में यूरोप में और 1874 में USA में पेश किया गया था, और वे जल्दी से पूरी दुनिया में फैल गईं।
Goldfish की कितनी प्रजातियां पायी जाती है?
Goldfish एक आकर्षक मछली होती है और क्योकि ये दो रंगों लाल और नारंगी में अधिक पायी जाती है इसीलिए ज्यादातर लोगो को लगता है की इनकी सिर्फ दो प्रजातियां ही पायी जाती है। लेकिन ऐसा कतई नहीं है goldfish के अनेको प्रजातियां पायी जाती है जिनके नाम इस प्रकार है।
Goldfish के प्रकार –
• Ranchu Goldfish
• Shubunkins Goldfish
• Comet Goldfish
• Ryukin Goldfish
• Telescope Goldfish
• Pompom Goldfish
• Calico Goldfish
• Lionhead Goldfish
• Bubble Eye Goldfish
• Fantail Goldfish
• Butterfly Telescope Goldfish
• Common Goldfish
• Veiltail Goldfish
• Oranda Goldfish
• Egg-gish Goldfish
गोल्डफिश का पालन कैसे करें :-
अपने इस पोस्ट में हम जानते हैं कि गोल्डफिश का पालन कैसे करें , यदि आप भी गोल्डफिश का पालन करना चाहते हैं तो आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होगा जिसके बारे में हम इस पोस्ट में आपको बता रहे हैं
- गोल्डफिश का पालन करने के लिए आपके पास पानी और उनको रहने के लिए टैंक या जार की आवश्यकता होती है , लेकिन देखा जाए तो जार की जगह पर टैंक का होना ज्यादा अनुकूल होता है .
- किसी भी टैंक को खरीदते समय आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उसमें ऑक्सीजन को अवशोषित करने के लिए पर्याप्त जगह होना ही चाहिए .
- टैंक को ऐसे जगह पर रखना चाहिए जहां पर पर्याप्त मात्रा में सूरज की धूप मिलते रहे.
- टैंक में इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि मछलियों को तैरने के लिए पर्याप्त जगह और पर्याप्त पानी का होना भी बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है
- टैंक को नियमित रूप से हमें साफ सुथरा रखना चाहिए , गंदगी होने के कारण मछलियां अनेक बीमारियों से ग्रसित हो सकती हैं और वह मर भी सकती है इसलिए हमें टैंक को साफ रखना चाहिए.
- अगर देखा जाए तो गोल्ड फिश से अपने खाने की जरूरत से ज्यादा भोजन को खा लेते हैं क्योंकि उसके सेहत के लिए हानिकारक होता है तो हमें इस बात का ध्यान रखना पड़ेगा कि गोल्डफिश कहीं जरूरत से ज्यादा भोजन ना ले सके..
- गोल्डफिश के व्यवहार में किसी तरह की अनियमितता अगर देखने को मिलता है तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए जिससे कि उनकी किसी बीमारी का समय रहते इलाज हो सके..
- गोल्ड फिश जन्म के 1 साल के बाद ही सुनहरा रंग मिलता है इस बात पर हमें ध्यान रखना चाहिए जिससे कि हमें किसी भी तरह का आगे उलझन ना रहे…
Goldfish के रहने के लिए अनुकूल परिस्थितिया –
जैसा की ऊपर ही बताया जा चूका है की ये एक शांत और सुंदर मछली होती है। ऐसे में आपको ये जानने की आवश्यकता है की आखिर इनके लिए कैसे वातावरण की आवश्यकता होती है –
रहने का स्थान | टैंक या जार |
भोजन | कीट, घोंगे, सलाद पत्ता, मटर, गोभी, पालक |
पानी का तापमान | 67° से लेकर 74° फ़ारेनहाइट |
आयु | 6 से 10 साल |
Goldfish के लिए अगर तापमान की बात करे तो ये मुख्य रूप से 18° सेल्सियस (18°C) से लेकर 26° सेल्सियस (26°C) तक तापमान Goldfish के लिए अच्छा होता। इससे ज्यादा या कम तापमान इसके लिए हानिकारक हो सकता है। वहीं ज्यादातर Goldfish मीठे पानी में पायी जाती है लेकिन कुछ ऐसे भी प्रजातियां है जों खारे पानी में पायी जाती है।
Goldfish का खाना क्या है :-
किसी भी गोल्ड फिश का खाना उनके रहने वाले जगह के अनुरूप अलग अलग होता है , जब कोई गोल्ड फिश किसी नदी या किसी तालाब में होती है तो उसका भोजन अलग होता है , उसी प्रकार जब गोल्डफिश पालतू होती है तो उसका भोजन अलग होता है ।
खाद्य पदार्थो की बात करे तो गोल्फिश मुख्य रूप से शैवाल, लार्वा, कीट इत्यादि को खाने के लिए उपयोग में लाते है। कीड़े मकोड़े भी इनके भोजन का अच्छा स्रोत है। सिर्फ शैवाल खाने वाले Goldfish शाकाहारी होते है। मुख्य रूप से कोई भी गोल्डफिश ये सब आहार भोजन के रूप में लेती है ।
- शैवाल
- समुद्री झींगा
- घोंगे
- सलाद पत्ता
- मटर
- गोभी
- पालक
- कटी सब्जियां
- वाणिज्य खाद्य छर्रों
Gold Fish का वजन :-
Goldfish एक सजावटी मछली है इसीलिए इनका वजन ज्यादा नहीं बस कुछ ग्राम ही होता है। लेकिन अगर समुद्री goldfish की बात करे तो उनका वजन ज्यादा से ज्यादा 4KG से 4.5KG तक हो सकती है।
Goldfish से जुड़े कुछ रोचक बातें
चलिए कुछ रोचक तथ्य को जानते है ।
- यह खाने के मामले में आगे रहती है ये लगातार खाना को कहती रह सकती है ।
- जान कर हैरान होंगे गोल्ड फिश मनुष्य के आवाज , और दिखने के आधार पर मनुष्यो को बहुत ही आसानी से पहचान सकती है ।
- बहुत से लोग जान कर सोच में पद जायेगे की एक गोल्डफिश 14 दिन तक बिना भोजन के रह सकती है ।
- अच्छी देखभाल मिले तो कम से 25 से 30 साल तक जिन्दा रह सकती है ।
- घर के जार में रहने वाली गोल्डफिश की तुलना में तालाब में पाए जाने वाली गोल्डफिश की लम्भे अधिक होती है ।
Goldfish से जुड़े कुछ सवाल –
Q1- Goldfish को हिंदी में क्या कहते है?
Ans- गोल्डफिश को हिंदी में सुनहरी मछली कहते है ।
Q2- Goldfish ka Scientific Naam Kya hai?
Ans- Goldfish का Scientific नाम Carassius Auratus (कैरासियस ऑराटस) है।
Q3- Goldfish मछली क्या खाती है?
Ans- सर्वहारी होती है ।
Q4 – क्या हम गोल्डफिश को खा सकते हैं?
Ans- जी हां दूसरे मछली की तरह से आप इसको भी खा सकते है।
Q5- मैं अपनी पालतू गोल्डफिश को क्या खिलाऊं?
Ans- आप अपनी गोल्डफिश को कीट, घोंगे, सलाद पत्ता, मटर, गोभी, पालक खिला सकते है।
Q 6- गोल्डफिश बिना भोजन के कब तक जीवित रह सकती है?
Ans- १४ दिन तक बिना भोजन के ये जीवित रह सकती है।
निष्कर्ष (Conclusion) :-
इस लेख में हमने आपको सम्पूर्ण रूप से गोल्डफिश (Goldfish Kya hai?) के बारे में में बताया है। साथ ही इसी लेख में आपको ये भी बताया है की Goldfish का Scientific नाम क्या है? (Goldfish Ka Scientific Naam Kya Hai)। हम आशा करते है की इस विषय में आपको पूरी जानकारी मिली होगी।
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